क्या आप भी परिवार के सदस्यों के बीच मनमुटाव का सामना कर रहे हैं और घर में सुख-शांति का वास नहीं है, तो इसका कारण वास्तु दोष हो सकता है। ऐसा माना जाता है कि घर में वास्तु दोष वास्तु शास्त्र के नियम का पालन न करने की वजह से होता है।
कई लोग नए घर में शिफ्ट होते समय कई बातों का ध्यान नहीं रखते हैं, जिसकी वजह से व्यक्ति को जीवन में कई तरह की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। अगर आप भी नए घर में शिफ्ट हो रहे हैं, तो इस आर्टिकल में वास्तु शास्त्र के बताए गए नियम का पालन जरूर करें।
अगर आप नया घर ले रहे हैं, तो ध्यान रखें कि घर का मेन गेट उत्तर, पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा हो। वास्तु शास्त्र के अनुसार, इस नियम का पालन करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है।
किस दिशा में होना चाहिए बेडरूम
घर के मेन गेट के अलावा बेडरूम की दिशा का भी ध्यान रखना चाहिए। वास्तु शास्त्र के अनुसार, बेडरूम दक्षिण-पश्चिम दिशा में होना उत्तम माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिशा में बेडरूम के होने से घर में सुख-शांति बनी रहती है।
किस दिशा में लगाएं शीशा
वास्तु शास्त्र के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम दिशा में रूम का होना उत्तम माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि सही दिशा में रूम होने से घर में सुख-समृद्धि का आगमन होता है। इसके अलावा बेड के सामने भूलकर भी शीशा न लगाएं। इस गलती को करने से नकारात्मक ऊर्जा का वास होता है। साथ ही जीवन में दुखों का सामना करना पड़ सकता है।
कहां होना चाहिए टॉयलेट
वास्तु के अनुसार, घर में सीढ़ियों के नीचे टॉयलेट का होना अच्छा नहीं माना जाता है। गलत दिशा में सीढ़ियों के होने से घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। साथ ही परिवार के सदस्यों के बीच मनमुटाव की समस्या बनी रहती है।
वास्तु शास्त्र में घर की उत्तर-पश्चिम या दक्षिण-पूर्व दिशा में टॉयलेट का होना उत्तम माना जाता है। वास्तु के इस नियम का पालन करने से धन में बरकत होती है।